Tuesday 7 April 2015

क्वीन कौन है ?

कुछ खास नही बस इतनी सी है मोहब्बत मेरी .. !!
हर रात का आखरी खयाल और हर सुबह की पहली सोच है वो..,!!

दोस्तों मेरे विभिन्न लेखों पर आप सभी मित्रों का बहुत अधिक प्रेम मिल रहा है। आप सभी के मेल मुझे प्राप्त होते रहते हैं।आपके सभी प्रश्नों के उत्तर मैं देता हूँ।एक प्रश्न जो अब तक 400 से अधिक मित्र पूछ चुके हैं कि ये क्वीन कौन है ?”


किसी के इस प्रश्न का उत्तर मैं नहीं दे पाया। मित्रों ऐसा बिल्कुल नहीं है कि मैं आप सभी से कुछ छिपा रहा हूँ। मेरा प्रयास रहता है कि आप सभी से जुड़ कर रहूँ और साथ ही आप सभी को जोड़कर रखने की भी जिम्मेदारी मेरी ही है।
मेरी मोहब्बत का असर तो देखो ..
लोग आजकल मिलते तो मुझसे हैं... बाते उनकी होती हैं.....!!!

कहानी की सार्थकता तभी प्रमाणित होती है जब कहानी का आधार , कहानी के केन्द्र में क्या है यह अंत में पता चले। मेरी क्वीन मेरे जीवन का आधार है। भले ही वह मेरे दुख में मेरे साथ न रहती हो, यह भी होता है कि वह मेरे दुख का कारण बनी हो लेकिन इसके साथ ही एक सच और भी है कि वो क्वीन का ख्याल ही है जो मुझे दुखों को भूलकर संघर्ष करने की प्रेरणा देती है।
दोस्तों ये क्वीन कौन है ये आपको मेरे ब्लाग पर पता नहीं लगेगा इसके लिए आपको मेरा उपन्यास पढ़ना होगा और उसके लिए करना होगा लगभग 2 साल का इंतजार।

"सलीक़ा ही नहीं शायद उसे महसूस करने का

जो कहता है राम हैं तो नज़र आना ज़रूरी है"

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