Friday 28 August 2015

अब बस करो ओवैसी, नहीं तो.....

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अभी अभी अरविंद केजरीवाल जी के ट्वीट से खबर मिली कि एनडीएमसी ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। बहुत खुशी हुई यह जानकर कि इतिहास की गलतियों को सुधारने का प्रयास जारी है, लेकिन इससे अधिक खुशी का विषय ये था राष्ट्रीय अस्मिता के संरक्षण में आम आदमी पार्टी भी सहयोग कर रही है। मैं इस विषय पर चिंतन कर ही रहा था कि अचानक मेरी नजर असीवुद्दीन ओवैसी के ट्वीट पर पड़ी।


उस ट्वीट को देखकर समझ में आया कि क्यों इस देश में आतंकवाद को एक मजहब से जोड़कर देखा जाता है। इन जैसे लोगों की वजह से ही पूज्य कलाम और अश्फाक जैसे लोगों को भूलकर आतंकवाद को इस्लाम से जोड़कर देखा जाने लगता है।

अरे ओवैसी साहब अब बहुत हो चुका, अब देश के टुकड़े करने की कोशिश मत करो। और तुम क्या बता रहे हो औरंगजेब का इतिहास मैं बताता हूं कौन था औरंगजेब...
हिन्दुस्थान के इतिहास का सबसे जालिम शासक :
जिसने अपने पिता को कैद किया
जिसने अपने सगे भाइयों और भतीजों की बेरहमी से ह्त्या की
जिसने गुरु तेग बहादुर का सर कटवाया
जिसने गुरु गोविन्द सिंह के बच्चो को जिंदा दीवार में चुनवाया
जिसने सैकड़ों मंदिरों को तुड़वा कर भारत को अरब बनाने की कोशिश की
जिसने हिन्दू त्योहारों को सार्वजनिक तौर पर मनाने पर प्रतिबन्ध लगाया
जिसने 10 नवंबर सन 1675 को गुरू तेग बहादुर जी के भाई दयाल सिंह को इस्‍लाम कबूल न करने पर चांदनी चौक पर खौलते कड़ाह में डाल दिया गया ।
जिसने अपनी प्रजा पर बे-इन्तहा जुल्म किए और अपने शासन क्षेत्र में गैर-मुस्लिमों के लिए मुनादी करावा दी थी कि या तो आप इस्लाम कबूल कर लें या फिर मरने के लिए तैयार रहें।
औरंगजेब एक तुर्क था। उसके काल में ही उत्तर भारत का तेजी से इस्लामिकरण हुआ। अधिकतर ब्राह्मणों को या तो मुसलमान बनना पड़ा या उन्होंने प्रदेश को छोड़कर महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के गांवों में शरण ली।

प्रसिद्ध इतिहासकार राधाकृष्ण बुंदेली अनुसार मुगल शासक औरंगजेब ने अपनी सेना को सन् 1669 में जारी अपने एक हुक्मनामे पर हिंदुओं के सभी मंदिर ध्वस्त करने का आदेश दिया था। इस दौरान सोमनाथ मंदिर, वाराणसी का मंदिर, मथुरा का केशव राय मंदिर के अलावा कई हिंदू देवी-देवताओं के प्रसिद्ध मंदिर तोड़ दिए गए थे।

अरे ओवैसी तुम क्या बताओगे कि औरंगजेब कौन था। बहुत खुशनसीब हो कि तुम और तुम्हारा छोटा भाई खुलेआम कहते हो कि तुम इस देश की संस्कृति को नष्ट करने का भरसक प्रयास करने वाले औरंगजेब के वंशज हो और फिर भी जीवित हो। अभी भी समय है सुधर जाओ और इस पतित पावनी भारत मां के लिए वैसे ही मुसलमान बनो जैसे कलाम थे। वो कलाम जिसने जब ये दुनिया छोड़ी तो देश का प्रत्येक व्यक्ति रोया था। वो भी जो आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ते हैं।
वन्दे भारती

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