Tuesday 28 July 2015

आज देश रो दिया.....कलाम को प्रणाम

कल शाम देश ने अपने एक मजबूत स्तंभ को खो दिया,देश के लिए यह एक अपूर्णीय क्षति है। व्यक्तिगत रूप से कलाम जी मेरे जीवन को आधार देने वाले एक मजबूत स्तंभ थे। उनको पढ़कर और सुनकर मैनें अपने जीवन में बहुत कुछ सीखा है। मैं बचपन से ही संघ से जुड़ा रहा हूं। एक स्वयंसेवक के रूप में अपने प्रथमिक दौर में मेरे विचार एक हिन्दूवादी के थे। वो एक ऐसा समय था जब मैं ना ही संघ के मूल विचार को समझता था और ना ही हिन्दू शब्द की मूल परिकल्पना को। उस दौर में मेरे मन के एक हिस्से में मुस्लिमों के प्रति दुर्भावना बसी हुई थी। उस समय मेरी उम्र मुश्किल से 16 साल रही होगी।


उसी दौरान एक दिन मेरे बाबा जी ने मुझे कलाम साहब की जीवनी पढ़ने को दी, वो मेरे विचारों में परिवर्तन के लिए एक पर्याप्त थी। उस जीवनी के एक वाक्य को मैंने अपने जीवन में अनुपादित किया। 'अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं. मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे...' राष्ट्रभाषा के प्रति उनके समर्पण को देखकर उनके उद्देश्य को मूर्त रूप देने के लिए मैंने अपने स्तर पर प्रयास शुरू किया और सभी कार्य हिंदी में करने का प्रयास करने लगा।
जब उम्र थोड़ी ज्यादा हुई तो धीरे धीरे संघ और हिन्दुत्व का मूल विचार भी समझ में आया। और 20 की उम्र के बाद जब कुछ ऐसे लोगों से चर्चा होती थी जो खुद को कट्टर हिन्दू कहते थे तो उनसे मेरा पहला प्रश्न होता था कि क्या कलाम साहब के योगदान को आप नहीं मानेंगे।

जो व्यक्ति गीता और कुरान दोनों का अध्ययन करता हो उसे एक संप्रदाय विशेष से जोड़ना कहीं न कहीं बेईमानी लगता है। अपने व्यक्तिगत जीवन में मैंने भारत को परमाणु संपन्न बनाने वाले डॉक्टर अब्दुल कलाम से बहुत कुछ सीखा है...उनके कुछ विचार आपके जीवन में भी परिवर्तन ला सकते हैं....

Be more dedicated to making solid achievements than in running after swift but synthetic happiness.
 कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये.

English is necessary as at present original works of science are in English. I believe that in two decades times original works of science will start coming out in our languages. Then we can move over like the Japanese.
अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं. मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे.

I was willing to accept what I couldn’t change.
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता.

Great dreams of great dreamers are always transcended.
महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं.

Let us sacrifice our today so that our children can have a better tomorrow.
आइये हम अपने आज का बलिदान कर दें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके.

Man needs his difficulties because they are necessary to enjoy success.
इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं.

No religion has mandated killing others as a requirement for its sustenance or promotion.
किसी भी धर्म में किसी धर्म को बनाए रखने और बढाने के लिए दूसरों को मारना नहीं बताया गया.

Tell me, why is the media here so negative? Why are we in India so embarrassed to recognise our own strengths, our achievements? We are such a great nation. We have so many amazing success stories but we refuse to acknowledge them. Why?
 मुझे बताइए , यहाँ का मीडिया इतना नकारात्मक क्यों है? भारत में हम अपनी अच्छाइयों, अपनी उपलब्धियों को दर्शाने में इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं? हम एक महान राष्ट्र हैं. हमारे पास ढेरों सफलता की गाथाएँ हैं, लेकिन हम उन्हें नहीं स्वीकारते. क्यों?

You have to dream before your dreams can come true.
इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे .


इस व्यक्तित्व को भावभीनी श्रद्धांजलि.....

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